भूतों की दुनीया की सैर
भूतों की दुनीया मे कुछ विशेष जानकारियां :--
दोस्तो,
आज अगर देखा जाए तो हमारे देश में भूतों से भी उतना ही परेशानी है जितनी की अन्य भ्रष्टाचार से । हमारा देश हमेशा कुछ न कुछ समस्या से घिरी ही रहती है। लेकीन सच्चाई जानकर आपको भी हैरानी होगी की इस दुनिया मे भूत नही होता है, लोग अपने दिमाग को केंद्रीत कर लेते है,जिसके कारण निष्कर्ष यह निकलता है की लोग भूतो की दुनिया मे सैर करने पर मजबुर हो जाते है।
एक समय की बात है :-मै एक लडके को पानी की बोतल चढाकर इलाज कर रहा था। वो लडका अचानक अपनी सुझ-बुझ खोकर दुसरे तरह का वर्ताव करने लगा। मै कुछ समय तक उसके उपर देखते रहा फिर मै समझ गया की ईसकी मानसीक संतुलन बिगङ चुकी है यह भूतो की दुनीया मे सैर कर रहा है।( हमने सोचा कि चेक कर लें लेकीन फिर हिम्मत नही हुआ। क्यों की एक बार मुझे यहां के लोग बदनाम कर चूके थे लोग। देखा जाए तो कुछ भी होने के बाद किसी रोग के बारे मे या किसी पूछने जरूर आ जाते थे। ) हमारी ईच्छा तो नही थी मगर , क्या करे विनीत जी ने जिद कर रहे थे की देख लिजीए । मैने भी सोचा की देख लेता हूं हमदेख दिए वो ठीक भी हो गया मगर पुरी प्रक्रिया नही होने के कारण वो पुनः उसी माहौल मे चला गया। ईसका परिणाम ये हुआ की मुझे फिर से बदनाम कर दिया गया। हम बोले भी की प्रक्रिया पुरा होने के बाद ठीक हो जाएगा तो मि0 संजीव सर और सौरव सर ने बोला की हम प्रक्रिया नही करेंगे आपको ही ठीक करना पपरेगा उन्होने मि0चमरू वेदीया सर को बुलाकर हमे समझवाया और धमकी दिलवाया की आप लडको को भूत नही झार सकते। हम भी सोच लिए आज के दुनीया मे किसी को सहायता करने की चिज नही है। समय के अनुसार दुनीया आपसे सहायता मांगेगी और समय पाकर आपके उपर चढ बैठेगी।
दोस्तो,
आज अगर देखा जाए तो हमारे देश में भूतों से भी उतना ही परेशानी है जितनी की अन्य भ्रष्टाचार से । हमारा देश हमेशा कुछ न कुछ समस्या से घिरी ही रहती है। लेकीन सच्चाई जानकर आपको भी हैरानी होगी की इस दुनिया मे भूत नही होता है, लोग अपने दिमाग को केंद्रीत कर लेते है,जिसके कारण निष्कर्ष यह निकलता है की लोग भूतो की दुनिया मे सैर करने पर मजबुर हो जाते है।
एक समय की बात है :-मै एक लडके को पानी की बोतल चढाकर इलाज कर रहा था। वो लडका अचानक अपनी सुझ-बुझ खोकर दुसरे तरह का वर्ताव करने लगा। मै कुछ समय तक उसके उपर देखते रहा फिर मै समझ गया की ईसकी मानसीक संतुलन बिगङ चुकी है यह भूतो की दुनीया मे सैर कर रहा है।( हमने सोचा कि चेक कर लें लेकीन फिर हिम्मत नही हुआ। क्यों की एक बार मुझे यहां के लोग बदनाम कर चूके थे लोग। देखा जाए तो कुछ भी होने के बाद किसी रोग के बारे मे या किसी पूछने जरूर आ जाते थे। ) हमारी ईच्छा तो नही थी मगर , क्या करे विनीत जी ने जिद कर रहे थे की देख लिजीए । मैने भी सोचा की देख लेता हूं हमदेख दिए वो ठीक भी हो गया मगर पुरी प्रक्रिया नही होने के कारण वो पुनः उसी माहौल मे चला गया। ईसका परिणाम ये हुआ की मुझे फिर से बदनाम कर दिया गया। हम बोले भी की प्रक्रिया पुरा होने के बाद ठीक हो जाएगा तो मि0 संजीव सर और सौरव सर ने बोला की हम प्रक्रिया नही करेंगे आपको ही ठीक करना पपरेगा उन्होने मि0चमरू वेदीया सर को बुलाकर हमे समझवाया और धमकी दिलवाया की आप लडको को भूत नही झार सकते। हम भी सोच लिए आज के दुनीया मे किसी को सहायता करने की चिज नही है। समय के अनुसार दुनीया आपसे सहायता मांगेगी और समय पाकर आपके उपर चढ बैठेगी।
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